रायगढ़। शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर पूर्वांचल भोजपुरी समाज की महिला इकाई ने शिक्षकों का सम्मान करके गुरु-शिष्य परंपरा को और सशक्त किया। इस अवसर पर महिला इकाई ने सेवानिवृत्त शिक्षिका श्रीमती सुधा सिंह और वरिष्ठ शिक्षक विनय पांडेय को विशेष सम्मान प्रदान किया। समाज की ओर से दोनों शिक्षकों को शॉल, गुलदस्ता और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम में समाज की महिला इकाई की अध्यक्ष अंजू यादव ने कहा कि शिक्षक समाज के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनका योगदान अविस्मरणीय है और आज हम उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं। इस सम्मान समारोह का उद्देश्य उन शिक्षकों का आभार प्रकट करना है, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस अवसर पर श्रीमती मीरा सिंह ने कहा कि शिक्षक न केवल ज्ञान का संचार करते हैं, बल्कि जीवन मूल्यों का निर्माण भी करते हैं। समाज को उनकी भूमिका को सदैव मान्यता देनी चाहिए। साधना पांडेय ने अपने उद्बोधन में शिक्षकों के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि एक अच्छा शिक्षक समाज के लिए दीपस्तंभ की तरह होता है, जो अपने छात्रों के भविष्य को उज्जवल करता है।
समारोह में प्रमुख रूप से अंजू यादव, सोमी सिंह, विनीता सिंह, साधना पांडेय, ममता मिश्रा, सुमन उपाध्याय, पूनम तिवारी, सुधा मौर्य, रीना उपाध्याय, सिद्धिमा पांडेय, अध्यक्ष उमेश उपाध्याय, घनश्याम सिंह, अजय सिंह और ऋषिकांत पांडेय सहित कई अन्य समाज के प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों ने शिक्षकों के योगदान को सराहा और उन्हें हर संभव सहायता और सम्मान देने का संकल्प लिया। समाज के वरिष्ठ सदस्य घनश्याम सिंह ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से समाज में गुरु-शिष्य परंपरा को और मजबूती मिलती है और आने वाली पीढ़ी भी अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता का भाव बनाए रखती है।
समारोह का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी शिक्षकों और उपस्थित सदस्यों का आभार प्रकट किया गया।